ॐ नमो अरिहताणं। अरे अरिणी मोहिनी। ‘अमुकी’ मोहय मोहय स्वाहा। अर्थ: “मैं भगवान के मोहिनी रूप को प्रणाम करता हूँ। आप (अमुक व्यक्ति का नाम) को मेरे वश में करें।” (१) वशीकरण विद्या (२) आकर्षण विद्या (३) अष्टसिद्धि (४) कायाकल्प विद्या (५) यक्षणी साधन (६) भूत विद्या (७) ओझा विद्या https://mohini59482.blogdanica.com/38148593/the-smart-trick-of-baglamukhi-mantra-that-nobody-is-discussing